NIOS CLASS 10 Social Science (213) Tutor Marked Assignment 2019-20
सामाजिक विज्ञान (213)
Social Science (213)
Tutor Marked Assignment
1. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिये।
भीमबेटका गुफा में चित्रकारी के उद्देश्य का विश्लेषण कीजिए।Ans: मानव इतिहास की शुरआत के 10000 हज़ार साल पुराने चित्र,
लाल और सफ़ेद रंग से बनी घोड़े, हाथी, बांघ, शिकार, सामूहिक नृत्य, मानव आकृतिया, युद्ध, दैनिक किर्या कलाप को दर्शाते है। भीमबेटका समूह में ऐसी करीब साढ़े सात सौ गुफाएं हैं जिनमें पांच सौ में प्रागैतिहासिक काल के मानव की चित्रकलाओं के नमूने आज तक सुरक्षित दर्ज हैं।
गुफा की दीवारों को कैनवस की तरह उपयोग किया है, और सबसे हैरान करने वाली बात, यहाँ पर सेकड़ो चित्र है, पर किसी भी चित्र को मिटा कर उस जगह पर नया चित्र नहीं बनाया गया है।
2. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिये।
(a) हिमालय तथा प्रायद्वीपीय जल प्रवाह प्रणाली में अंतर स्पष्ट कीजिए।
Ans: हिमालय तथा प्रायद्वीपीय जल प्रवाह प्रणाली में निम्नलिखित अंतर
- हिमालय जल निकासी प्रणाली मूल रूप से हिमालय के पहाड़ों से आती है जबकि प्रायद्वीपीय जल निकासी प्रणाली नदियां प्रायद्वीपीय पठारों से सीधे आती हैं।
- हिमालयी नदियाँ अपवाह की पिछली प्रणाली को अपनाती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ बाद की अपवाह प्रणाली का एक उदाहरण हैं।
- हिमालय की नदियाँ बारहमासी होती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ मौसमी होती हैं और अक्सर चांद की घाटी से होकर बहती हैं।
- हिमालय की नदियाँ अपने विकास क्रम में नई हैं और नई घाटियों के बीच बहती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ अपने पुराने युग में प्रायद्वीपीय पठारों से होकर बहती हैं।
- हिमालयी नदी के घाटों की तुलना में हिमालय नदी के घाटियाँ और जलग्रहण क्षेत्र बहुत व्यापक हैं।
3.निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिये।
a) भारत में चुनाव प्रक्रिया में सुधार लाने हेतु कोई दो उपाय सुझाइए
Ans: भारत की चुनावी प्रणाली में दो प्रमुख सुधारों को लागू किया जाना चाहिए ताकि इसकी स्थिति में सुधार हो सके:
1. एक बार उम्मीदवार चुने जाने के बाद, संसद के कामकाज के बारे में उम्मीदवार को पढ़ाने के लिए एक प्रशिक्षण अवधि रखी जानी चाहिए।
2. लोगों को चुनाव में भाग लेने में सक्षम होने के मापदंड को सख्त बनाया जाना चाहिए। इसमें शिक्षा का एक निश्चित स्तर शामिल होना चाहिए।
4. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 100-150 शब्दों में दीजिये।
(a) हड़प्पा निवासियों के धर्म और संस्कृति की परख कीजिए।
Ans: हड़प्पा निवासी धरती को उर्वरता की देवी मान कर इसकी पूजा किया करते थे। हड़प्पा के भगवान शिव की पूजा उस समय के ‘पशुपति‘ कि रूप में करते थे | हड़प्पा एवं मोहनजोदड़ो से मिले पत्थर के बने लिंग और योनि से उनकी पूजा के प्रचलन में होने का भी प्रमाण मिलता है।
हड़प्पा निवासी अधिक मात्रा में मिली ताबीज़ों को पहनते थे , इससे पता चलता है के लोग भूत-प्रेत एवं तंत्र-मंत्र में भी विश्वास करते थे।
नाग पूजा भी करते थे | हड़प्पा निवासी हवन कुंडों एवं यज्ञवेदियों का भी इस्तेमाल करते थे |
हड़प्पा के लोगों में जो धार्मिक रीति-रिवाज प्रचलित थे, उनमें से कुछ आज भी हिन्दुओं में पाए जाते हैं। माँग में सिन्दूर भरता विवाहित हिन्दू स्त्रियों के लिए सुहाग का प्रतीक है।
5. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 100-150 शब्दों में दीजिये।
क्षेत्रवाद के किन्हीं दो गुणों को उजागर कीजिए
क्षेत्रवाद के दो गुण इस प्रकार हैं...
- इसमें किसी क्षेत्र विशेष के हितों को महत्व दिया जाता है, जिससे उस क्षेत्र के विकास की संभावना बढ़ती है।
- सांस्कृतिक विरासत में अधिक भिन्नता होने के कारण इसके प्रभाव अत्यंत तीव्र होता है।
क्षेत्रवाद एक ऐसी प्रवृत्ति है जिसमें किसी क्षेत्र विशेष के लोग आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से और अधिक शक्तियों की मांग करते हैं। वह किसी क्षेत्र विशेष के लिए विशेष अधिकारों की मांग करते हैं। क्षेत्रवाद किसी क्षेत्र विशेष के क्षेत्रीय स्वार्थों की पूर्ति करने वाला एक व्यवहार है। यह किसी प्रांत या किसी प्रांत के विशेष क्षेत्र या भाषा संबंधी क्षेत्र से लगाव रखने वाला व्यवहार है। क्षेत्रवाद किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए उचित नहीं है, बल्कि अधिकतर ये कुछ स्वार्थी लोगों के लिए अपनी स्वार्थी हितों की पूर्ति का साधन बनकर रह जाता है। क्षेत्रवाद से किसी क्षेत्र मे अलगावाद की प्रवृत्ति जन्म लेती है। कभी-कभी क्षेत्रवाद देश की अखंडता के लिये खतरा बन जाता है।
6. नीचे दिए गए किसी भी एक प्रोजेक्ट को बनाएं
(b) अपने आस-पास पाई जाने वाली वनस्पतियों तथा पशु-पक्षियों में से प्रत्येक की 05 प्रजातियों की सचीबनाइए। जानकारी इकट्ठी करिए कि आपके आस-पास पाई जाने वाली प्रजातियों में से कोई विलुप्त होनेकी कगार पर तो नहीं है। ऐसी प्रजातियों का नाम लिखते हुए इनके विलुप्त होने की कगार पर होने केकारणों तथा इन्हें संरक्षित करने के सुझावों पर लगभग 200 शब्दों में एक प्रतिवेदन लिखिए।
१.गौरैया-यह राजस्थान में अधिकतर पाए जाने वाला पक्षी है। जो हर। जगह लगभग मिल जाती है। यह लोगों के घरों में जूठा खाना, बाजारा,गेहूं, किट- पतंगे खाती है।
२. गाय(राठी)-राजस्थान में सबसे अधिक पालतू गायों की नस्लों में से एक है। जो सर्वाधिक दूध देती हैं।
३. ऊंट-यह रेगिस्तान का जहाज कहलाता है। यह राजस्थान का राज्य पशु है। यह रेतीले धोरों में आराम से चल सकता है।
४. खेजड़ी-राजस्थान का राज्य वृक्ष है। इसके फल से राजस्थानी सब्जी बनाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती हैं।
५. गोडावण-राजस्थान का राज्य पक्षी है। यह विलुप्त होने के कगार पर हैं। इसका समय पर सरंक्षण नहीं गया किया, तो इसकी प्रजाति विलुप्त हो सकती है।
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